दिनेश गोप 2004 से रांची पुलिस को चैलेंज कर रहा है।रांची में 15 एसएसपी बदल गए, लेकिन सुप्रीमो दिनेश गोप को आजतक पुलिस पकड़ नहीं पाई है। हाल के दिनों में 25 लाख के इनामी नक्सली दिनेश गोप की लक्सरी गाड़ियों को पुलिस ने बरामद किया। साथ ही साथ पकड़े गए तीन पीएलएफआई समर्थकों के पास से 30 डिग्री सेल्सियस में उपयोग होनेवाले टेंट को भी जब्त किया। कुछ दिन पूर्व पुलिस ने दिनेश गोप की एक बाइक को बरामद किया था।
झारखंड पुलिस ने दिनेश गोप की एक तस्वीर जारी की थी।
झारखंड पुलिस ने रंगदारी के लिए कुख्यात पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के मुखिया दिनेश गोप की तस्वीर जारी कर दी है। 16 साल बाद झारखंड पुलिस के हाथ इस कुख्यात की एक धुंधली तस्वीर हाथ लगी है। लगातार पुलिस को चुनौती दे रहे इस कुख्यात नक्सली की अभी तक तस्वीर तक झारखंड पुलिस के पास नहीं थी।
17 1में 15 SSP बदल गए; उग्रवादी दिनेश गोप को पकड़ना तो दूर उसकी तस्वीर तक ढूंढ़ नहीं पाए शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। खबर में इस बात की जानकारी दी गई थी कि उसे ढूंढ कर मारने का दावा करने वाली रांची पुलिस के SSP के पास PLFI सुप्रीमो की तस्वीर तक नहीं है। जबकि 2004 से 2020 के बीच रांची के 14 SSP बदल गए लेकिन उसे पकड़ना तो दूर पुलिस के पास आज तक उसकी फोटो तक नहीं है।
PLFI के खिलाफ लगातार जारी है कार्रवाई
पिछले कुछ दिनों में पुलिस ने PLFI के खिलाफ लगातार अपनी सख्ती दिखाई है। पिछले एक महीने में उसके कई बड़े कमांडर को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का दावा है कि इसके बाद वह (दिनेश गोप) कमजोर पड़ा है। नवंबर में हुई गिरफ्तारी में एरिया कमांडर तुलसी पाहन, सब जोनल कमांडर परमेश्वर गोप उर्फ प्रेम गोप, सब जोनल कमांडर कृष्णा यादव आदि बड़े नाम शामिल हैं।
2004 से कर रहा है चैलेंज
दिनेश गोप 2004 से रांची पुलिस को चैलेंज कर रहा है। पिछले कुछ महीनों में वह दोबारा सक्रिय हुआ है। रांची के कारोबारियों के घर और दफ्तरों के बाहर फायरिंग में PLFI का नाम सामने आया था। साथ ही कई लोगों से रंगदारी मांगे जाने में भी PLFI नक्सलियों के शामिल होने की बात सामने आई थी।